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बैंको कंस्ट्रक्शन कंपनी को 18.18% अधिकतर से ना दिया जाए नल जल आवर्धन का ठेका---

- सिवनी नगर पालिका के द्वारा 29 फरवरी को अनान फानन में प्रेसीडेन्ट कौंसिल की बैठक आयोजित की गई है। उक्त बैठक का पहला एजेंडा अमृत 2-0 ट्रांच- 1 के अंतर्गत सिवनी शहर की जलापूर्ति व्यवस्था के सवर्द्धन का कार्य (लागत राशि - 4509,07 लाख रूपये) हेतु ठेकेदार मेसर्स बैंको कन्सट्रेक्सन प्रायवेट लिमिटेड कम्पनी ग्वालियर म.प्र. की प्राप्त न्यूनतम निविदा दर 1888 प्रतिशत अधिक एस.ओ आर (लागत राशि- 536038 लाख रूपये) की वित्तीय स्वीकृति के संबंध में विचार एवम निर्णय रखा गया है। समाचार लिखे जाने तक पी आई यू के कुछ सदस्यो तक बैठक का पत्र तक नहीं पहुंचा था। बताया जाता है की बैठक में उक्त महत्वपूर्ण मुद्दे को लाया जा रहा है जब इस बात की जानकारी विवेकानंद वार्ड के पार्षद राजेश राजू यादव को मिली तो उन्होंने नगर पालिका के सी एम ओ रामकुमार कुरेवती को पत्र लिखते हुए कहा की प्रेसीडेन्ट कासिल की बैठक दिनांक 29/02/2024 मेंप्रस्ताव क्रमांक 01 में उल्लेखित अमृत 20 ट्रांच- 1 के अंतर्गत सिवनी शहर की जलापूर्ति व्यवस्था केसवर्द्धन का कार्य (लागत राशि 450907 लाख रूपये) हेतु ठेकेदार मेसर्स बैंको कन्सट्रक्सन प्रायवेटलिमिटेड कम्पनी ग्वालियर म.प्र की प्राप्त न्यूनतम निविदा दर 18.88 प्रतिशत अधिक एस.ओ.आर (लागत राशि- 5360.38 लाख रूपये) की वित्तीय स्वीकृति के लिए रखा गया है उक्त प्रस्ताव को यदि पारित किया जाता है तो नगर पालिका एवं मध्य प्रदेश शासन को आर्थिक क्षत्ति उठानी पड़ेगी।

राजू यादव ने  निवेदन किया है कि उक्त प्रस्ताव को दिनाक 29/02/2024 को होने वाली प्रेसीडेन्ट कासिल की बैठक में पारित ना किया जाये ।               क्या करेंगे पी आई यू के सदस्य--- वैसे इस पूरे मामले में सबकी नजर पी आई सी  के सदस्यो के ऊपर टिकी हुई है। सूत्र बताते है की ग्वालियर की कम्पनी ने उक्त काम के लिए 18.88 प्रतिशत अधिक दर पर भरा है जबकि अन्य जिलों में इससे कम दर पर काम स्वीकृत हुए है। बताया जाता है की अधिक दर से काम इसलिए स्वीकृत कराए जाने की तैयारी चल रही है क्योंकि उक्त योजना में कमीशन का खेल हो सके ऐसे में देखना यह है की पी आई सी के सदस्य उक्त प्रस्ताव को गिराते है अथवा नहीं। उल्लेखनीय है की दैनिक महाकौशल एक्सप्रेस ने पूर्व में ही खुलासा किया था की अब नगर पालिका परिषद के द्वारा नई नल जल आवर्धन में भ्रष्टाचार करने की तैयारी में है और नगर पालिका परिषद के अधिकारी पी आई सी की बैठक में गुप चुप तरीके से प्रस्ताव लाकर पास कराने का प्रयास भी कर सकते है देखना यह है की पी आई सी के सदस्य अधिकारियों की कठपुतली बनते है या अपने विवेक से निर्णय लेते है।